वाराणसी के महमूरगंज की IFS निधि तिवारी बनी PM मोदी की निजि सचिव ।
IFS Nidhi Tiwari appointed as private secretary to PM Modi.
वाराणसी के महमूरगंज में हुआ निधि तिवारी का जन्म ।
निधि तिवारी ने परमाणु ऊर्जा, विदेशी मामले समेत कई जगह किया काम ।
PM Modi की निजि सचिव के तौर पर काम करते हुए निधि तिवारी का पे मैट्रिकस-14 का रहेगा, इसके अलावा उनको टीए, डीए, हाउसिग अलाउन्स और दूसरे भत्ते भी मिलेगें ।
निधि तिवारी ने PMO में विदेश सुरक्षा विभाग में काम किया था, जहां वो एनएसए अजीत डोभाल को रिर्पोट करती थी ।
जनवरी 2023 में निधि तिवारी PMO में डिप्टी सैकरेट्री के पद पर कार्य करती थी।
इससे पहले वे साल 2022 में PMO में अंडर सैकरेट्री के पद पर नियुक्त हुई थी ।
वाराणसी के महमूरगंज की IFS निधि तिवारी बनी PM मोदी की निजि सचिव ।
IFS Nidhi Tiwari appointed as private secretary to PM Modi.
कौन है निधि तिवारी जो बनीं पीएम मोदी की प्राइवेट सेक्रेटरी ।
सरकार ने सोमवार को आईएफएस निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया। निधि वाराणसी से हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं। वे विदेश मामलों तथा सुरक्षा मामलों में विशेषज्ञता रखती हैं और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को रिपोर्ट करने का अनुभव है।

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भारत सरकार ने सोमवार को जारी किया आदेश ।
IFS निधि तिवारी को तत्काल प्रभाव से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के आदेश के अनुसार, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने तिवारी की नियुक्ति को मंजूरी दी।
IFS अधिकारी निधि तिवारी वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO ) में उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं। अधिसूचना में कहा गया है कि वह वेतन मैट्रिक्स के स्तर 12 पर निजी सचिव की भूमिका निभाएंगी, जो कि सह-अवधि के आधार पर या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो।
कौन हैं निधि तिवारी?
2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी निधि तिवारी 2022 में अवर सचिव के रूप में शामिल होने के बाद 6 जनवरी 2023 से प्रधान मंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं। तिवारी वाराणसी के महमूरगंज से हैं, जो 2014 से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र रहा है। उन्होंने 2013 में सिविल सेवा परीक्षा में 96वीं रैंक हासिल की थी। UPSC पास करने से पहले, उन्होंने परीक्षा की तैयारी करते हुए वाराणसी में सहायक आयुक्त (वाणिज्यिक कर) के रूप में काम किया।